मन कुरैशी की पहली फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर
फीचर डेस्क रायपुर ए.। छत्तीसगढ़ का जिला राजनांदगांव कला, साहित्य और संस्कृति के नजरिये से काफी समृद्ध है। इस जिले ने कई राष्ट्रीय स्तर के कलाकार और साहित्यकार दिये हैं। आजकल वही जिला राजनांदगांव अभिनेता मन कुरैशी का गृह जिला होने का गौरव भी पा रहा हैं। इस बात से राजनांदगांव के निवासी भी काफी उत्साहित है कि उनके जानने वाला एक साधारण परिवार का लड़का छॉलीवुड की बुलंदी पर पहुंच गया है। मन कुरैशी भी अपनी माटी का यशगान करते नहीं थकता है, जननी और जन्मभूमि के प्रति उनके मन में अपार आस्था है। यही कारण है कि उनके भीतर आज भी गुमान नहीं हैं। भले ही वह शख्स आज सुपरस्टार बन चुका है फिर भी लोगों से बड़े ही आत्मियता के साथ मिलता है और सहजता से वार्तालाप करता है।
मन कुरैशी फिल्मों में कैसे आए इसका श्रेय जाता है उनको अभिनेता बनाने वाले 'प्रणव झा' को जो कि राजनांदगांव के माटी से ही हैं। प्रणव झा को फिल्म का काफी लंबा अनुभव है वे 2001 में रिलीज हुई महान धार्मिक फिल्म 'जय बम्लेश्वरी' मइया में सह निर्देशक के रूप में संतोष जैन के साथ काम कर चुके हैं। प्रणव झा अपने नये प्रोजेक्ट फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर में किसी नये चेहरे को लेकर काम करना चाहते थे। इसी दौरान मन कुरैशी पर उनकी नजर पड़ी और मन के रजामंद होने के बाद शुरू हुआ फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर। मन कुरैशी को यह फिल्म इत्तेफाक से मिला या यह उनके भाग्य में लिखा था यह तो न मन जानते है और नही प्रणव, अचानक ही सब कुछ हुआ।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रणव झा ने फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर को सवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कहानी, पटकथा और संवाद से लेकर संपादन तक का जिम्मा खुद ही उठाये थे और वन मेन शो की तरह प्रणव दा ने बी.ए.फस्ट ईयर को जनता के सामने इस तरह से पेश किया की लोग वाह वाह करते रह गये। कम बजट और नये चेहरे होने के बावजूद प्रणव झा की टीम ने फिल्म पुरस्कार की नौ केटेगरे में अवार्ड प्राप्त किये थे। और सबसे बड़ा सम्मान तो प्रणव झा के लिये यह भी है कि उनकी प्रोडक्शन से तराश हुआ नायाब हीरा मन कुरैशी आज छत्तीसगढ़ी का सबसे बड़े हीरो के रूप में खड़े है।
2013 में बी.ए.फस्ट ईयर रिलीज होने के बाद मन कुरैशी अपना सब कुछ छोड़कर फिल्म लाईन में आ गये। छॉलीवुड में अपना एक मुकाम बनाने के लिये उन्होंने दिन रात मेहनत किया। मन कुरैशी के संघर्ष के दिनों में उनकी डेब्यूट फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर का भरपूर लाभ मिला। लोग जब मन को बी.ए.फस्ट ईयर का राजा के रूप में पहचान देते थे तो उनका आत्मविश्वास और भी मजबूत हो जाता था। और मन अपना मंजिल पाने के लिये हमेशा सकारात्मक रूप से आगे बढ़ते गये और अब कामयाबी के काफी करीब पहुंच चुके है।
अभी तक मन एक दर्जन से भी अधिक फिल्मों में बतौर नायक काम कर चुके है जिसमें से नौ फिल्म रिलीज हो चुकी है। प्रमुख रूप से बी.ए.फस्ट ईयर, प्रेम सुमन, बी.ए.सेकेन्ड ईयर, मयारू गंगा, मोर जोड़ीदार, आई लव यू, मंहु कुवारा तंहु कुवारी, हंस झन पगली फंस जबे और आई लव यू टू आदि फिल्मों में उनके काम को काफी सराहा गया।
मन कुरैशी की पहली फिल्म बी.ए.फस्ट ईयर से संबंधित जानकारी-:
- प्रोडक्शन कंपनी- प्रणव झा फिल्म प्रोडक्शन
- निर्देशक- प्रणव झा
- निर्माता- सुनील साहू, पिन्टु मोबाईल, अनुराग शुक्ला
- पटकथा/संवाद- प्रणव झा
- कलाकार- मन कुरैशी, मुस्कान साहू, राजेश बाघमारे, विपिन सोनवानी, पूजा साहू, अनिल हरिहरनो, कैलाश साहू, द्वारकानाथ बाजपेयी, रूपलता चौहान, आशा चौहान, मनीष झा, लक्ष्मी झा, दिनेश चौहान, गोवर्धन सोनी, पिंटू मोबाइल, महेंद्र साहू, ममता हरिहरनो, उज्जवल, दीक्षा, सिमरन, डॉ. विजय देवांगन, बॉबी राजपूत, सन्नो खान, राखी नोहारे, मीरा आदि।
- गीत- हर्ष कुमार बिन्दु, अतुल व्यास
- संगीत- तरुण गड़पाले, श्यामलेन्दु हाजरा
- छायांकन- दीपक कुमार बावनकर
- संपादन- प्रणव झा
- कारियोग्राफी- प्रवीण राजन
- पार्श्व स्वर- सुनील सोनी, नमिता दत्त
- भाषा- छत्तीसगढ़ी
- रिलीज- मई 2013
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
सारगर्भित प्रतिक्रिया देने के लिए आपको सादर धन्यवाद...