मोर छंइहा भुंईया फिल्म ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
- फिल्म का नाम- मोर छंइहा भुंईया
- प्रोडक्शन कंपनी- पूरन इंटरटेंमेंटस
- निर्माता- शिव दयाल जैन
- निर्देशक- सतीश जैन
- पटकथा/संवाद- सतीश जैन
- संगीत- बाबला बागची
- गीत- लक्ष्मण मस्तुरिया, विनय बिहारी
- कलाकार- शेखर सोनी, पूनम नकवी, अनुज शर्मा, जागृति राय, निशा गौतम सुरेश गोंडाले, मनमोहन ठाकुर, संजू साहू, आशीष सेन्दरे, क्षमानिध मिश्रा, कमलनाराण सिन्हा,ललित उपाध्याय, लक्ष्मी कवंर, शिवकुमार दीपक
- भाषा- छत्तीसगढ़ी
- रिलीज- 27 अक्टूबर 2000
बातें उन दिनों की-: कहि देबे सन्देस और घर द्वार के बाद छत्तीसगढ़ी भाषा में फिल्म बनना ही बंद हो गया किन्तु स्थानीय कलाकार अपने स्तर पर विडियों फिल्म का निर्माण करते रहे। 1970 के बाद छत्तीसगढ़ी जन का मनोरंजन नाचा और लोकमंच से होता था। आडियों केसेट शुरूआती दिनों में बंबई से रिकार्ड होकर आते थे फिर कुछ साल बाद स्थानीय स्तर पर कई रिकॉडिंग कंपनियां आई जिन्होने आडियों से वीडियों तक का अच्छा माहौल बनाया। चारों तरफ छत्तीसगढ़ी, छत्तीसगढ़िया और छत्तीसगढ़ का मुद्दा गरमा रहा था अंचल के साहित्यकार, कलाकार पृथक राज्य आंदोलन में लगे थे तभी एक निर्देशक सतीश जैन अपना प्रोजेक्ट लेकर आये मोर छंइहा भुंईया जिसे शुरूआत में लोग वीडियों फिल्म समझ रहे थे। फिल्म के बनते तक किसी को अंदाजा नहीं था कि मोर छंइहा भुंईया सुपर डुपर हिट और सिल्वर जुबली तक का सफर तय करेगा। मोर छंइहा भुंईया के सफलता का एक कारण यह भी था कि छत्तीसगढ़ अंचल में अलग छत्तीसगढ़ का माहौल चरम पर था और कभी भी छत्तीसगढ़ राज्य का घोषणा हो सकता था। ऐसे समय में ही 27 अक्टूबर 2000 को सिनेमाघरों प्रदर्शित होने लगी फिल्म मोर छंइहा भुंइया। और ठीक तीन दिन बाद यानी 1 नवंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अलग छत्तीसगढ़ राज्य की घोषणा कर दी। पूरे अंचल में उत्सव मनाये जाने लगे, राजनीति से जुड़े व्यक्ति राज्य गठन के बाद शासन प्रशासन के विचार मंथन के बीच आम जनता मोर छंइहा भुंईया की कतार में खड़े थे। भीड़ इतनी थी कि लोग सिनेमाघरों के सामने रात को ही टिकट के लिये डेरा जमाये रहते थे। सतीश जैन जी ने सही समय में फिल्म का निर्माण किया यह भी एक कारण है हिट होने का और दूसरा कारण फिल्म की कहानी है जो कि कहीं न कही तत्कालीन छत्तीसगढ़ पर कटाक्ष कर रहा था। कहानी, संवाद के साथ गीत और संगीत भी बहुत ही शानदार था जो आज भी लोगों के जुबान पर है।
सतीश जैन का संक्षिप्त परिचय-: फिल्म निर्देशक सतीश जैन ने मुख्य रूप से हिंदी, छत्तीसगढ़ी और भोजपुरी फिल्मों में काम किया है। बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म छत्तीसगढ़ी भाषा में बनी जिसका नाम है मोर छंइहा भुंईया जो सन 2000 में रिलीज हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सतीश जैन निर्देशन के पूर्व एक लेखक के रूप में भी काम किया और दुलारा (1994), आग (1994), राजाजी (1999) और हद कर दी आपने (2000) जैसे फिल्म लिखे हैं। सतीश जैन हिन्दी और छत्तीसगढ़ी के बाद 2014 में निरहुआ हिंदुस्तानी से भोजपुरी सिनेमा में कदम रखा और वहां भी सफल हुये।
Satish Jain Biography in Hindi | सतीश जैन जी का जीवन परिचय
जीवन परिचय
व्यक्तिगत जीवन
- वास्तविक नाम- सतीश जैन
- उपनाम- सतीश जैन
- विधा- लेखन, निर्देशन
पारिवारिक परिचय
- जन्मतिथि-
- जन्मस्थान- छत्तीसगढ़
- मातृभाषा- हिन्दी,
- राष्ट्रीयता- भारतीय
- गृहनगर- रायपुर छ.ग.
- स्कूल/विद्यालय- अज्ञात
अन्य जानकारी
- पिता/पालक- अज्ञात
- भाई/बहन- अज्ञात
- वैवाहिक स्थिति- अज्ञात
- शौक/अभिरुचि- निर्देशन, लेखन
- लोकप्रिय फिल्म- मोर छइहा भुइंया, मया
- संस्था- अज्ञात
- पसंदीदा भोजन- अज्ञात
- पसंदीदा अभिनेता- अज्ञात
- पसंदीदा अभिनेत्री- अज्ञात
- पसंदीदा फ़िल्में- अज्ञात
- पसंदीदा निर्देशक- अज्ञात
- संपर्क- रायपुर छ.ग.
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