- खैरागढ़ की सुसंस्कारित माटी से निकला लोक कलाकार : प्रताप जंघेल
- वीडियो एलबम की दुनिया में छत्तीसगढ़ का युवा रोल मॉडल : प्रताप जंघेल
सिनेमा। छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं को वही संजिदगी के साथ जीता है जिनकी रगों में संगीत बहता हो और आबो हवा में संस्कार घुला होता है। ऐसी प्रतिभाएं ही तो माटी की महक को दुनियां में बगराने का माद्दा रखता है। और जब वो प्रतिभा खैरागढ़ की विश्व विख्यात संगीत विश्वविद्यालय से शिक्षित होकर निकले तो यकिन मानिये वो शक्स प्रताप जंघेल जैसा ही होगा।
जी हां आज हम बात करने जा रहे है छत्तीसगढ़ी वीडियो एलबम की दुनिया में उभरता सितारा प्रताप जंघेल के बारे में जो कि खैरागढ़ अंचल से ताल्लुख रखता है। गांव में स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त किये। साधना के दौरान ही कला मर्मज्ञों के आशीष से वीडियो एलबम में काम मिलना शुरू हो गया।
प्रताप जंघेल का ज्यादातर वीडियो एलबम पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रतिनिधी है। गीत डॉ. पीसीलाल यादव, संगीत द्वारिका यादव, स्वर श्रीमती सरस्वती निषाद और कोरियोग्राफर सतीश साहू के साथ यदि आकाश चंद्राकर का निर्देशन हो तो सिर्फ गीतकार ही नहीं, समूचा सोशल मीडिया भी झूम के कहता है हाय रे बन बोधना, मया मिलगे तोर मयारू सउहे सरग पायेव रे।
आकाश चंद्रकार के निर्देशन में प्रताप जंघेल ने का तै जादू करे, करमा नचाहूं बइंहा जोर, आंखी आंखी झूले संगी, गोरी मैं तोर प्रेम दिवाना, तोर मोर लव स्टोरी, मया होगे रे, दिल कहिथे का सुन ले ना जैसे अनेक वीडियो एलबम में पायल साहू, शिखा साहू, ज्योत्सना ताम्रकार, स्नेहा, मोनिका, काजल कौशिक, काजल सोनबेर, धनलक्ष्मी साहू, हेमा शुक्ला जैसी और भी अनेक अभिनेत्रियों के साथ शानदार प्रस्तुति दिए है।
प्रताप जंघेल के भाव नृत्य से सजा वीडियो एलबम न केवल सोशल मीडिया में प्रसंशा पा रहा है बल्कि अनेक पारिवारिक कार्यक्रमों में लोग उनकी अदायगी की नकल भी करते है। सही मायने में कहे तो एक कलाकार के लिये यही बहुत बड़ी पूंजी है कि लोक में उनकी छवि अनुकरणीय हो जाए।
खूबसूरत रंग रूप और शानदार कद काठी के साथ गीत-संगीत की समझ ही कलाकार को बड़ी ऊंचाइयों तक लेकर जाता है। बहरहाल प्रताप जंघेल का तो अभी सफर शुरू हुआ है। आगे और भी बेहतर काम देखने को मिलेगा इन्ही आकांक्षाओं के साथ बधाई। आप भी प्रताप के का तै जादू करे, गोरी तोर चेहरा, तोर प्यार म, ए गड़ी रे, करमा नचाहूं बइंहा जोर, आंखी आंखी म झुले संगी जैसे वीडियो एलबमों का आनंद लेते रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
सारगर्भित प्रतिक्रिया देने के लिए आपको सादर धन्यवाद...